RBI Currency Regulations: बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा 19 मई 2023 को 2 हजार रुपये के नोटों का सर्कुलेशन रिटर्न ले लिया है केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक आफ इंडिया की ओर से इसे लेकर 1 तारीख को ₹2000 के नोट पर एक बार फिर बड़ी अपडेट जारी करी थी। इसके अनुसार बताया गया था कि 30 अगस्त तक सभी बैंकिंग सिस्टम में लगभग ₹2000 के कुल 3 लाख 56 हजार करोड़ रुपए के पर्याप्त नोट प्राप्त हो चुके हैं एवं वर्तमान समय में भी लगभग 7261 करोड़ रुपए के नोट पब्लिक में बचे हुए हैं।
वहीं वर्तमान समय में देखा जाए तो सिस्टम के अंतर्गत कुल वैल्यू का तकरीबन 98% बैंक के द्वारा नोटों का कलेक्शन सिस्टम में जमा हो चुका है। 2000 के पश्चात अब ₹500 के नोट को लेकर आरबीआई की टेंशन और बढ़ती हुई नजर आ रही है।
RBI Currency Regulations
आरबीआई के द्वारा 19 मई को दो हजार रुपये के नोट (2000 Notes) को बंद करने का बड़ा ऐलान किया गया था एवं नोट बदलने के लिए केवल 4 महीने का समय दिया था। और ₹2000 के नोट के पास ज्यादा ₹500 के नोट पर आरबीआई की बढ़ती हुई मुश्किलें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। देखा जा सकता है कि इस समय पर आरबीआई की प्रतिवर्ष रिपोर्ट के अनुसार ₹500 की नोटों को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है।
रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि ₹500 के नकली नोट को घुसपैठियों के द्वारा लगातार विक्रय किया जा रहा है और रिपोर्ट में देखा गया है कि वित्त वर्ष में ₹500 के लगभग 91,110 नकली नोट का पूरा बंडल पकड़ा गया था। यही संख्या अंतिम वर्ष की तुलना में 14.6% अधिक देखने के लिए मिला है। ₹500 की नकली नोटों की संख्या में लगातार तेजी देखने के लिए मिल रही है। वहीं अंतिम वर्ष 2022 में ₹500 की 39,453 नकली नोट एवं वित्तीय वर्ष 2022 में लगभग 76,000 के नकली नोट धरे गए थे।
2000 के नकली नोटों की संख्या घटी
नकली नोटों की बरामदगी के संबंध में ₹500 की नोट की अतिरिक्त भी कई हजारों रुपए के नकली नोट भी सम्मिलित है लेकिन उनकी संख्या में किसी प्रकार की कमी की गई है। और ₹2000 के नकली नोटों की संख्या लगभग 28% से न्यूनतम होकर 9,806 नोट तक जा पहुंची है।
देखा जाए तो ₹500 और ₹2000 की नोटों के अतिरिक्त भी ₹100 ₹50 की कई सारी नकली नोटों की तस्करी की जाती है। इसे भी हाल ही में पकड़ा गया है और भारतीय रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार देखा जा सकता है कि बैंकिंग सेक्टर में जितने भी नकली नोट पकड़े जाते हैं उनकी संख्या लगभग 2 लाख 25 हजार 769 तक की बताई गई है। वहीं अंतिम वर्ष में 2 लाख 30 हजार 971 के नकली नोट प्राप्त हुए किए गए थे।
20 रुपये के नकली नोटों की घुसपैठ बढ़ी
इस वर्ष ₹500 के अतिरिक्त ₹20 की नकली नोटों की संख्या में भी काफी जबरदस्त नकली बढ़ोतरी की गई है। और 2022-23 में 20 रुपये के नकली नोटों में 8.4 प्रतिशत के साथ नकली नोटों का विस्तार किया गया है। इसके अलावा ₹10 के नकली नोटों पर भी काफी बढ़ चढ़कर दवा देखने के लिए मिला है, जो की 11.6 प्रतिशत, 100 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 14.7 प्रतिशत तक की कमी देखने को मिली है।
नोट छापने पर कितना खर्च-
जानकारी के लिए बता दें कि आरबीआई की ओर से जारी करेगी एनुअल रिपोर्ट में नोट छपाई की संबंधित जानकारियां बताई है और वर्ष 2022-23 के अनुसार 4,682.80 करोड़ रुपये नोट छापने के लिए खर्च किया गया था। और साथ ही अंतिम वर्ष में लगभग 4,984.80 करोड़ रुपये तक खर्च किए गए थे।