RBI Loan Rules: भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई के द्वारा हाल ही में लोन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण नियम जारी किए हैं। यह नियम खास तौर से उन लोगों के लिए जारी किए हैं, जिन्हें द्वारा हाल ही में होम लोन प्राप्त किया है। यदि आप जारी किए गए सभी नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो ऐसी स्थिति में आपके ऊपर जुर्माना भी लग सकता है, और बैंक के द्वारा अनुचित वसूली प्रथाओं को रोकने के लिए भी यह नियम महत्वपूर्ण है।
आरबीआई के नए नियम के अनुसार, अब लोन नहीं चुकाने पर अतिरिक्त ब्याज, आता पेनल्टी भरने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसके अतिरिक्त, वसूली के लिए किसी भी प्रकार का शारीरिक या फिर मानसिक उत्पीड़न किया जाता है, तो ऐसी स्थिति में बैंक के ऊपर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। और यह सभी प्रमुख नियम एक अप्रैल 2024 से लागू किए गए हैं।
लोन न चुकाने पर RBI के नए नियम क्या हैं?
- अब बैंक वाले यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से कर्ज चुकाने में असमर्थ है, तो उसे प्रताड़ित नहीं कर सकते हैं।
- किसी भी प्रकार की पेनल्टी नहीं भरना पड़ेगा। यदि किसी प्रकार की वैरायटी भरनी पड़ती है, तो इसकी दस्तावेज और स्पष्टीकरण लगेगी।
- लोन की किस्त चुकाने में देरी होने की स्थिति में किसी प्रकार का ब्याज नहीं देना पड़ेगा।
- पेनल्टी की राशि लोन की मूल राशि में नहीं जोड़ी जाएगी।
- बैंक से लोन एग्रीमेंट में पेनल्टी चार्ज की संपूर्ण जानकारी विवरण होगी।
- लोन वसूली करते समय किसी भी प्रकार का शारीरिक और मानसिक प्रताड़ित नहीं किया जाएगा।
- बैंक एजेंट के द्वारा वसूली करने पर रोक लगाई जाएगी।
- वसूली करने से पूर्व आपको अपना आईडी कार्ड बनवाना होगा।
लोन डिफॉल्टर्स के लिए RBI के नियम
- यदि किसी व्यक्ति को डिफाल्टर घोषित किया जाता है, तो उसे पहले नोटिस भेजना होगा।
- नोटिस में डिफॉल्ट की पूरी जानकारी बतानी होगी।
- लोन अमाउंट में स्टेटमेंट की जानकारी उपलब्ध करवानी होगी।
- डिफॉल्टर को अपना पक्ष रखने का अवसर दिया जाएगा।
- बैंक सीधे संपत्ति पर कब्जा नहीं कर सकता है।
- कानूनी प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य है।
लोन वसूली एजेंटों के लिए नियम
- यदि कोई एजेंट वसूली करता है, तो एजेंटों को बैंक से अधिकृत होना अनिवार्य है।
- पहचान प्रमाण पत्र के साथ ही वसूली की जा सकती है।
- किसी तरह का उत्पीड़न और मानसिक तनाव नहीं दिया जाएगा।
- रात्रि और बेवजह संपर्क नहीं किया जाएगा।
- गोपनीयता का उल्लंघन नहीं होना चाहिए, अन्यथा इसके चलते जुर्माना भी लग सकता है।
- झूठी या भ्रामक जानकारी नहीं बतानी होगी।
लोन रीस्ट्रक्चरिंग के नियम
- ऐसी स्थिति में लोन की आधी राशि तक रीस्ट्रक्चर करने की सुविधा मिलती है।
- ब्याज दर में अधिक सुविधा मिल जाएगी।
- लोन को झुकाने की भुगतान अवधि में वृद्धि की जा सकती हैं।
- EMI कम की सुविधा के तौर पर दिया जा सकता है।
- इसके अतिरिक्त, ग्रेस पीरियड दिया जा सकता है।
- हालांकि, इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए रीस्ट्रक्चरिंग के लिए आवेदन करना अनिवार्य है।
लोन न चुकाने वालों के अधिकार
- हमेशा उचित व्यवहार करना होगा।
- गोपनीयता का अधिकार बनाए रखना होगा।
- शिकायत का समाधान तत्काल करना होगा।
- पूरी जानकारी पाने के बाद ही अधिकार जताना होगा।
- हमेशा अपना पक्ष रखने का अवसर दिया जाएगा।
- मुख्य रूप से कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होगा।
लोन न चुकाने पर बैंकों की कार्रवाई
- नोटिस भेजना होगा।
- संपर्क सूत्र पर संपर्क करना होगा।
- घर पर जाकर जानकारी प्राप्त करनी होगी।
- कानूनी प्रक्रिया को अपनाना होगा।
- क्रेडिट स्कोर को कम करना होगा।
- संपत्ति पर किसी प्रकार का कब्जा नहीं करना होगा।
- गारंटी और जानकारी के साथ वसूली करना होगा।
लोन न चुकाने के परिणाम
- आपका क्रेडिट स्कोर बहुत खराब हो सकता है।
- भविष्य में लोन नहीं मिलेगा।
- लंबी चौड़ी कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
- संपत्ति बेदखल किया जा सकता है।
- सामाजिक प्रतिष्ठा पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।