PM Vishwakarma Yojana क्या है? जानें इसके Objectives, Benefits, Eligibility, Documents और इसका भविष्य, जाने पूरी जानकारी

PM Vishwakarma Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 15 अगस्त 2023 को लाल किले से अपने संबोधन के दौरान, भारतीय कारीगरों और शिल्पकारों के कल्याण हेतु एक कल्याणकारी योजना की शुरुआत करी थी। इस कल्याणकारी योजना का नाम प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना है। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य, भारत देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक और तकनीकी क्षेत्र में सहायता प्रदान करना है, जिसके माध्यम से वह अपनी कला को न केवल संरक्षित कर सकें, इसके अतिरिक्त और आगे बढ़ाने में सहायता मिल सके।

योजना का उद्देश्य (Objective of the Scheme)

प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना का प्रमुख उद्देश्य, देश के सभी पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है एवं इस योजना के माध्यम से, सरकार की ओर से यह लक्षण निर्धारित किया गया है कि शिल्पकार और कारीगर, अपनी कला को अत्यधिक आधुनिकता के साथ, नए अवसरों को प्रस्तुत करने की कला और बिक्री करने हेतु लाभ सुनिश्चित कराया जा सके। इसके अतिरिक्त योजना का प्रमुख उद्देश्य यह है कि, इस योजना के अंतर्गत युवाओं को भी इन पारंपरिक कलाओं की ओर आकर्षित किया जा सके और परंपरागत कलाएं विलुप्त न हों। इसके अलावा, यह सभी कलाएं अगली पीढ़ी तक पहुंचकर, उन्हें अभ्यास कराया जाए।

Scheme NamePradhan Mantri Vishwakarma Yojana 2024
Beneficiaryविश्वकर्मा समुदाय की सभी जातियों के लोग
Application ModeOnline/Offline
Objectiveफ्री स्किल ट्रेनिंग और रोजगार के लिए लोन प्रदान करना
Eligibilityदेश के सभी शिल्पकार या कारीगर
Budget₹13,000 करोड़
DepartmentMinistry of Micro, Small & Medium Enterprises

योजना के तहत मिलने वाली सुविधाएं (Benefits under the Scheme)

प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के अंतर्गत, कई प्रकार की सुविधाओं का लाभ सुनिश्चित करवाया जाता है, जिसका प्रमुख उद्देश्य, शिल्पकारों और कार्यकारों को आजव को बेहतर बनाने में सहायता करना है एवं इन सुविधाओं में निम्नलिखित पाठ जानकारी सम्मिलित है।

वित्तीय सहायता (Financial Assistance): प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के अंतर्गत, शिल्पकारों को उनकी कला को आगे बढ़ाने हेतु, भारत सरकार की ओर से, सभी समुदाय के नागरिकों को वित्तीय सहायता प्राप्त सुनिश्चित कराई जाती है, जिसके माध्यम से, वह अपनी कला को और बेहतर कुशल बनाने में, आधुनिक तकनीकी का प्रयोग कर सकें।

प्रशिक्षण और स्किल डेवलपमेंट (Training and Skill Development): प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत, शिल्पकारों को उनकी कला को और अधिक उन्नत एवं सशक्त बनाने हेतु, प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जाता है, जिसके माध्यम से, उन्हें नई तकनीक का ज्ञान भी दिया जाता है। साथ में, वह अपनी नई-नई कलाओं को आयाम दे सकते हैं और साथ ही, प्रशिक्षण और स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में, कई प्रकार की उन्नति ला सकते हैं।

उपकरणों की सहायता (Tool Kits): मुख्य रूप से, प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत, शिल्पकारों को उनकी कला के अनुसार आवश्यक उपकरण और टूलकिट उपलब्ध करवाई जाती है, जिसके माध्यम से, वह अपनी कला को और ज्यादा बेहतर ढंग से प्रस्तुत कर सकें। साथ ही, इस टूलकिट के माध्यम से, उनकी आर्थिक सहायता भी हो जाती है।

मार्केटिंग सपोर्ट (Marketing Support): सरकार की ओर से, शिल्पकारों की कलाओं को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए, मार्केट में प्रचार भी किया जाता है और साथ ही, उन्हें देश और विदेश में, बड़े बाजार में, कई प्रकार के क्षेत्र में पहुंचने का अवसर मिलता है, जिसके माध्यम से, उनकी आय में वृद्धि होती है और वह किसी में निर्भर नहीं रहते। देखा जाए तो, योजना के माध्यम से, सभी शिल्पकारों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जाता है।

योजना के पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)

प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के अंतर्गत, पात्रता के लिए कुछ प्रमुख मापदंड निर्धारित किए गए हैं, जो कि इस प्रकार है।

पारंपरिक शिल्पकार (Traditional Artisans): प्रधानमंत्री योजना के तहत, वह सभी नागरिक पत्र होंगे, जो की पारंपरिक कलाओं और शिल्पकला में कुशल हैं एवं इसके लिए, कुछ प्रमुख श्रेणियां मौजूद हैं। जैसे की, बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार, और हस्तशिल्प में कार्य करने वाले सभी शिल्पकार, इस योजना के लिए लाभार्थी हैं।

आय सीमा (Income Criteria): प्रधानमंत्री योजना के अंतर्गत, लाभ प्राप्त करने हेतु, सभी शिल्पकारों को, अपने शिल्पकार होने का प्रमाण प्रस्तुत करना आवश्यक है। इसके लिए, किसी भी प्रकार का सरकार द्वारा मान्य किया गया प्रमाण पत्र, स्व घोषणा पत्र और कोई भी सरकारी दस्तावेज चलेगा।

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योजना का कार्यान्वयन (Implementation of the Scheme)

प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना का संचालन, केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत, शिल्पकारों का चयन करके, उनकी कला को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए, आर्थिक सहायता की जाती है। इसके पश्चात, वह विभिन्न प्रकार की श्रेणी में जैसे की, वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण, उपकरण और मार्केटिंग के साथ मिलकर, स्वयं को आत्मनिर्भर बना सकते हैं।

प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना का संचालन, कई प्रकार के चरणों में किया जा रहा है। सर्वप्रथम चरण में, शिल्पकारों का चयन और उनकी कला का मूल्यांकन किया जाता है। इसके पश्चात, उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण और टूलकिट उपलब्ध करवाए जाते हैं एवं अंतिम चरण में, कला को बड़े पैमाने पर प्रचारित करने का अवसर दिया है, जिसके माध्यम से, उन्हें अधिक से अधिक ग्राहकों तक पहुंचने का मौका प्राप्त होता है।

योजना के लाभार्थी (Beneficiaries of the Scheme)

प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना का लाभ, देश के सभी शिल्पकारों और कार्यकारों को दिया जाता है। इनकी संख्या लाखों में है और योजना के अंतर्गत, विशेष रूप से, ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में रहकर, अपनी पारंपरिक कला को आगे बढ़ाते हुए रखने के लिए, इस योजना का लाभ सुनिश्चित करवाया जाता है। यह योजना, केवल उनकी आय में वृद्धि करती है, बल्कि भारत देश को एक नई पहचान देती है।

योजना का प्रभाव (Impact of the Scheme)

प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना का लाभ, आज के समय पर, हमारे देश की अर्थव्यवस्था और समाज पर भी पड़ रहा है। इस योजना के अंतर्गत, शिल्पकारों और कारीगरों की आय में वृद्धि होती है, साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आता है। इसके अलावा, इस योजना के अंतर्गत, पारंपरिक कलाओं को संरक्षित करने में सहायता मिलती है, जो हमारी संस्कृति धरोहर है और हमारे भारत देश का एक प्रमुख हिस्सा है।

प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना, एक अत्यंत प्रभावशाली योजना है। अतिरिक्त महत्वपूर्ण प्रभाव यह है कि, इससे युवाओं को भी शिल्पकार बनने की प्रेरणा दी जाती है। इससे न केवल पारंपरिक कलाओं को जीवित रखने में सहायता होती है, बल्कि उन्हें और अधिक उन्नत और आधुनिक बनाने में लाभ प्राप्त होता है।

योजना से जुड़ी चुनौतियां (Challenges Associated with the Scheme)

देखा जाए तो, वर्तमान समय में, प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के कार्यान्वयन में, कई प्रकार की चुनौतियां सामने आ रही हैं। इसमें मुख्य रूप से, शिल्पकारों की पहचान और उनके चयन की प्रक्रिया अहम भूमिका निभाती है एवं उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण और उपकरण उपलब्ध कराने के लिए, काफी अधिक समय लगता है।

इसके अतिरिक्त, शिल्पकारों का आधुनिक तकनीक से अवगत कराने के लिए, बाजारों में अपनी कला का प्रचार करने हेतु, कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद भी, सरकार की ओर से, इसे लेकर ठोस रणनीति बनाई जा रही है और शिल्पकारों के हितों का पूरा ध्यान रखा जाता है।

पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ किसे मिलेगा

  • लोहार
  • सुनार
  • मोची
  • नाई
  • धोबी
  • दरजी
  • कुम्हार
  • मूर्तिकार
  • कारपेंटर
  • मालाकार
  • राज मिस्त्री
  • नाव बनाने वाले
  • अस्त्र बनाने वाले
  • ताला बनाने वाले
  • मछली का जाला बनाने वाले
  • हथौड़ा और टूलकिट निर्माता
  • डलिया, चटाई, झाड़ू बनाने वाले
  • पारंपरिक गुड़िया और खिलौना बनाने वाले

पीएम विश्वकर्मा योजना के आवश्यक दस्तावेज | Documents Required

  • पहचान पत्र
  • मोबाइल नंबर
  • जाति प्रमाणपत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक अकाउंट पासबुक
  • जाति प्रमाण पत्र
  • मूल निवासी प्रमाण पत्र
  • आधार कार्ड एवं पैन कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो इत्यादि।
  • चालू मोबाइल नंबर एवं ईमेल आईडी
  • आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।

योजना का भविष्य (Future of the Scheme)

प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना, हमारे भारत देश का एक उज्जवल भविष्य है। इस योजना के अंतर्गत, देश के लाखों शिल्पकारों और कारीगरों को न केवल नई पहचान प्राप्त होती है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में सहायता मिलती है। इस योजना के माध्यम से, सभी पारंपरिक कलाओं को संरक्षित करने में एवं उन्हें नए आयाम देने में भी मदद की जाती है।

यदि सरकार की ओर से, इस योजना का क्रियान्वयन मुख्य रूप से, सभी शिल्पकारों की आवश्यकताओं के अनुसार शुरू किया जाए, तो यह हमारे भारत देश की अर्थव्यवस्था और समाज दोनों के लिए ही, काफी बड़ी वरदान साबित हो सकती है। इसके अलावा, इससे न केवल शिल्पकारों की आय में वृद्धि होती है, बल्कि उनकी कला में विस्तार होता है और पारंपरिक कलाओं के हितों की रक्षा करने में सहायता होती है।

इस प्रकार, प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना, हमारे भारत देश के सभी शिल्पकारों और कारीगरों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसके माध्यम से, उन्हें अपनी कला को न केवल सुरक्षित करने का अवसर मिलता है, बल्कि वह अधिक रूप से उन्नत और आधुनिक बनाने की भी सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना, न केवल शिल्पकारों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में, एक नया कदम उठाने का अवसर देती है।


प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में क्या क्या डॉक्यूमेंट चाहिए?

आधार कार्ड
ई श्रम कार्ड
मजदूरी कार्ड
राशन कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
जाति प्रमाण पत्र


विश्वकर्मा योजना में कौन कौन फॉर्म भर सकता है?

विश्वकर्मा समुदाय की 140 से भी ज्यादा जातियां के उम्मीदवार पात्र हैं


पीएम विश्वकर्मा योजना पर रजिस्ट्रेशन कहा करे?

PM Vishwakarma Yojana App के माध्यम से रजिस्ट्रेशन पूरा करे।


पीएम विश्वकर्मा में कौन पात्र है?

 पीएम विश्वकर्मा योजना के पात्र हितग्राहियों के और सभी कारीगरों और शिल्पकारों को अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए ₹3,00,000 तक  आर्थिक सहायता दी जाती है।


विश्वकर्मा योजना में नाम कैसे देखें?

पीएम विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

Vinay Kumar

नमस्कार! मैं विनय कुमार, छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले से हूँ। पिछले तीन सालों से कंटेंट लेखन के क्षेत्र में कार्यरत हूँ, और फाइनेंस, ऑटोमोबाइल, और टेक्नोलॉजी जैसे विषयों में मेरी गहरी समझ है। मेरा लेखन न सिर्फ जानकारीपूर्ण होता है बल्कि इसे सरल और दिलचस्प तरीके से पेश करने का प्रयास रहता है ताकि पाठकों को पढ़ने में आनंद आए। आइए, ज्ञान के इस सफर में हम साथ मिलकर आगे बढ़ें!

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