Post Office MIS Scheme: यदि आप एक ऐसी निवेश योजना की तलाश कर रहे हैं जिससे आपको नियमित मासिक आय प्राप्त हो, तो आप डाकघर की मासिक आय योजना (MIS) में निवेश कर सकते हैं। यह एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस योजना के अंतर्गत आप एकमुश्त निवेश करके हर महीने एक निश्चित राशि का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से डाकघर MIS योजना के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसकी विशेषताओं, लाभों और योग्यता के बारे में डिटेल से चर्चा करेंगे।
डाकघर MIS योजना क्या है?
डाकघर मासिक आय योजना (Monthly Income Scheme या MIS) एक सरकारी बचत योजना है जिसका संचालन भारत सरकार द्वारा किया जाता है। इस योजना के अंतर्गत निवेश करके आप एक निश्चित अवधि के लिए एकमुश्त राशि जमा करते हैं और हर महीने निश्चित रूप से ब्याज प्राप्त होता है। यह योजना उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकती है जो नियमित रूप से आय प्राप्त करना चाहते हैं।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
- निवेश की अवधि: 5 वर्ष
- न्यूनतम निवेश: ₹1,500 (₹1,500 के गुणकों में)
- अधिकतम निवेश: एकल खाते के लिए ₹9 लाख, संयुक्त खाते के लिए ₹15 लाख
- ब्याज दर: समय-समय पर भारत सरकार द्वारा निर्धारित
- ब्याज भुगतान: हर महीने खाते में जमा
- कर लाभ: ब्याज पर आयकर देय
- नामांकन: एक नामांकित व्यक्ति नियुक्त किया जा सकता है
₹27,750 मासिक आय कैसे प्राप्त करें?
यदि आप इस योजना के माध्यम से नियमित रूप से मासिक आय प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको एक बड़ी राशि का निवेश करना होता है। वर्तमान समय में पोस्ट ऑफिस की योजनाओं में समय-समय पर संशोधन किया जाता है और वास्तविक मासिक आय भिन्न हो सकती है।
निवेश पर इतनी होगी कमाई:
पोस्ट ऑफिस की इस योजना के तहत यदि आप सिंगल अकाउंट खोलते हैं, तो अधिकतम ₹9 लाख जमा कर सकते हैं। वर्तमान में पोस्ट ऑफिस के द्वारा इस निवेश योजना पर 7.4 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज ऑफर किया जा रहा है। जॉइंट अकाउंट में आप अधिकतम ₹15 लाख जमा कर सकते हैं।
गणना की जाए तो पोस्ट ऑफिस योजना के अंतर्गत हर महीने ₹9,250 की आय होगी। इसके अलावा, आपकी बचत खाते में ₹1,11,000 की आय प्राप्त होगी और 5 सालों में आपको ब्याज से कुल ₹5,55,000 की गारंटीड (POMIS Yojana 2024) रिटर्न प्राप्त होगा। इस सुविधा के माध्यम से आप नियमित रूप से मासिक आय प्राप्त कर सकते हैं और किसी कारणवश यदि व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को पूरा पैसा दिया जाता है।